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how to increase breast milk naturally at home माँ का दूध बढाने के घरेलु उपाय

how to increase breast milk naturally at home माँ का दूध बढाने के घरेलु उपाय

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जन्म से 6 माह तक mother milk शिशु के लिए सर्वोपरि भोजन होता है, यह आपके शिशु के सर्वांगीण विकास के लिए बेहद महत्वपूर्ण पोषक आहार है। इसलिए एक माँ के लिए जरुरी है की अपने शिशु को अच्छे से स्तनपान कराएं जिससे उनके शिशु को शारीरिक और मानसिक विकास के लिए बेहद जरुरी पोषण मिल सके।

हालांकि अधिकांश महिलाएं अच्छी तरह से स्तनपान कराती हैं, लेकिन जहां महिलाएं खुद अपने शिशु एवं बच्चे को स्तनपान कराने में असमर्थ हो रही है या अपने शिशु को पर्याप्त मात्र में दूध न पिलाने की स्थिति में है और शिशु को आवश्यक पोषण नही दे पा रही है। ऐसी महिलाओं के लिए कई ऐसे घरेलु उपचार मौजूद है जिस से वह अपने शिशु के लिए खुद में breast milk की आपूर्ति बढ़ा सकती है।

how to increase breast milk naturally at home के इस आर्टिकल में हम mother milk बढ़ाने के तरीकों के साथ साथ ऐसे कुछ घरेलू उपायों को भी जानेंगे जिस से एक माँ अपने नवजात शिशु को अच्छा और सम्पूर्ण पोषण दे सकें। साथ ही increase breast milk से जुड़े सभी बातों की चर्चा इस आर्टिकल में करेंगे।

माँ के दूध के कमी के कारण

सबसे पहले हम जानेंगे के शिशु के जन्म के बाद एक माँ के दूध (breast milk) के कमी के क्या कारण होते है? जिस की वजह से एक माँ अपना पर्याप्त mother milk अपने शिशु को नहीं पिला पाती।

  • चिंता और तनाव
  • शारीरिक व्याधि
  • पोषक आहार की कमी
  • मेडिसिन का असर
  • (breast) ब्रेस्ट सर्जरी
  • धूम्रपान या अल्कोहल का सेवन

चिंता और तनाव

शिशु के जन्म के बाद कई महिलाएं कई तरह के मानसिक बदलावों से जूझती हैं, जो उनके भीतर चिंता व तनाव जैसी समस्याएं निर्माण करती है जिस से ब्रेस्ट मिल्क की आपूर्ति काफी प्रभावित हो सकती हैं। ऐसे में आप जितना हो सके खुद को खुश रखें और चिंता और तनाव से दूर रहें। अपना ध्यान अपने शिशु के विकास की ओर लगाएं।


शारीरिक व्याधि

यदि गर्भावस्था के दौरान किसी तरह की अन्य बीमारी या कोई शारीरिक समस्या, या किसी तरह का उच्च रक्तचाप ब्रेस्ट मिल्क के कमी का कारण हो सकता है। पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (महिलाओं का बांझपन) भी दूध के कमी का कारण हो सकता है।


पोषक आहार की कमी

गर्भावस्था से ही एक माँ के लिए जरुरी है की उसे जरूरी और संतुलित पोषण मिलना आवश्यक है। क्यों की बेहतर पोषण आहार एक माँ के शरीर में दूध की आपूर्ति को बढ़ाता है। यदि गर्भावस्था के दौरान जरूरी और आवश्यक संतुलित पोषण आहार न मिलने पर breast milk के कमी का कारण हो सकता है।


मेडिसिन का असर

अगर एक माँ नियमित तौर पर या गर्भावस्था के दौरान यदि एलर्जिक या साइनस दवा या किसी तरह की गर्भनिरोधक दवाओं (हार्मोनल बर्थ कंट्रोल दवाओं) का सेवन करती है, तो breast milk के कम आपूर्ति का यह भी एक बड़ा कारण हो सकता है।


(breast) ब्रेस्ट सर्जरी

किसी महिला की यदि पहले ब्रेस्ट सर्जरी हुई है, तो यक़ीनन breast milk की आपूर्ति में कमी आ सकती है। आपको बता दें कि ब्रेस्ट सर्जरी से ग्लैड्यूलर टिश्यू में कमी आ जाती है, जिस का सीधा असर ब्रेस्ट मिल्क के आपूर्ति पर होता है।


धूम्रपान या अल्कोहल का सेवन

जो महिलाएं ज्यादा धूम्रपान और अल्कोहल का सेवन करती हैं, उनमें mother milk की कमी होने की समस्या हो सकती है


एक माँ के दूध की आपूर्ति में कमी के निम्न कारण होते है, यदि गर्भावस्था के दौरान कुछ चीजों का ध्यान रखा जाए तो breast milk increase होने में सरलता होती है। यह तो हो गये एक माँ के दूध के कमी के कारण। अब हम जानेंगे की माँ का दूध बढाने के घरेलु उपाय क्या है?
हम ने देखा है की ज्यादातर मामलों में, जो नई माएं होती है वह कई सरल घरेलू उपचारों का उपयोग करके स्तन के दूध की आपूर्ति बढ़ा सकती हैं। लेकिन यदि कोई शारीरिक अथवा चिकित्सा समस्या हो तो आप के लिए जरुरी है की आप अपने डॉक्टर से संपर्क करें। अन्यथा मां का दूध बढ़ाने के कई तरीके अपनाए जा सकते हैं, जिनमें सबसे ज्यादा बेहतर संतुलित व पौष्टिक खानपान है।

माँ का दूध बढाने के घरेलु उपाय

how to increase breast milk naturally at home के इस आर्टिकल में हम मां का दूध बढ़ाने के उपायों के बारे में जानेंगे। हर घर में कुछ ऐसी चीजे जरुर available होती है जिस से माँ का दूध बढ़ता है। जिसे हम तरीकों के साथ जानेंगे।

मेथी के दाने

स्वाद से कड़वी लगने वाली यह चीज एक माँ का दूध बढ़ाने के लिए काफी फायदेमंद साबित होती है। शिशु के जन्म के बाद मेथी दाने का सेवन दूध की आपूर्ति पर काफी असर डालता है।

मेथी का उपयोग कैसे करें?

एक कप पानी में एक चम्मच मेथी के दाने रात भर भिगो दें। अगली सुबह उस पानी को बीजों के साथ 5-7 मिनट तक उबालें और पी लें। साथ ही आप बड़े बुजुर्गों से इस पर बात भी कर सकते है जो नई माँ को हमेशा पारंपरिक मेथी के लड्डू भी बनाकर खाने की सलाह देते है। इसका एकमात्र उद्देश्य शिशु के लिए breast milk की आपूर्ति को बढ़ाना ही है।

सुपरफूड

सौंफ (सौंफ), जीरा, काले तिल, लहसुन और दालचीनी को हम अपने आहार का सुपर फ़ूड कह सकते है जिसका सेवन एक नई माँ के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है। क्योंकि यह सभी पदार्थ उत्कृष्ट गैलेक्टगॉग हैं। और जब एक माँ अपने दैनिक आहार में इन चीजों को शामिल कर अपने शिशु के लिए दूध की आपूर्ति को बढ़ा सकते हैं।

सुपरफूड्स का उपयोग कैसे करें?

बेहतर परिणाम के लिए दिन में दो बार एक चुटकी दालचीनी का चूर्ण शहद और गर्म दूध या पानी के साथ मिलाएं। सौंफ को एक कप गर्म पानी में 30 मिनट के लिए भिगो दें और इसे दिन में दो बार पिएं। साथ ही भुनी हुई सौंफ को अपने रोजाना के खाने में शामिल करें। लहसुन को कच्चा खाया जा सकता है या अपने दैनिक भोजन में शामिल किया जा सकता है। हालांकि, दूध पिलाने से ठीक पहले 1-2 कच्ची लहसुन की फली खाने से breast milk की आपूर्ति बढ़ाने में मदद मिल सकती है।


ड्रमस्टिक्स

हमारे किचन में कई ऐसे पदार्थ होते है जो एक महिला में mother milk बढ़ने के लिए काफी कारगर सिद्ध हो सकते है, जैसे की ड्रमस्टिक्स।

यह दक्षिण भारतीय व्यंजनों का एक बहुत ही सामान्य घटक, ड्रमस्टिक पोषक तत्वों से भरा होता है और महिलाओं में mother milk की आपूर्ति को बढ़ाने में मदद करता है। यह स्तन की नसों को खोलने में मदद करता है और स्तन ग्रंथियों को उत्तेजित करता है, जिससे दूध की आपूर्ति में वृद्धि होती है।

ड्रमस्टिक का प्रयोग कैसे करें?

उन्हें अपने आहार में ड्रमस्टिक को शामिल करने का सबसे अच्छा तरीका है की इसका सूप और जूस बनाकर हम नियमित सेवन कर सकते है। या उसे सब्जी बनाकर अपने भोजन में शामिल कर सकते है।


तुलसी

तुलसी एक एक ऐसा पौधा है जो हर भारतीयों के घर में आप को आसानी से दिख सकता है जो भारतीय परम्परा से भी जुड़ा आस्था का प्रतीक है। और साथ ही यह एक बहुगुणी औषधीय भी है। भारत में प्राचीन काल से महिलाओं में दूध की आपूर्ति को बढ़ावा देने के लिए इसका उपयोग किया जाता रहा है। नियासिन, आयरन, थायमिन और कैरोटीन से भरपूर, यह माँ और उसके बच्चे को विभिन्न बीमारियों और संक्रमणों से बचाने में मदद करता है।

तुलसी का उपयोग कैसे करें?

बस एक तुलसी की चाय तैयार करें और बच्चे के जन्म के बाद इसे दिन में दो बार पिएं।


ब्राउन राइस

ब्राउन राइस फाइबर से भरपूर होता है, सफेद चावल की तुलना में स्वास्थ्यवर्धक होता है और इसमें हार्मोन उत्तेजक होते हैं जो शिशु को जन्म देने वाली महिलाओं में mother milk की आपूर्ति को बढ़ाते हैं। साथ ही यह शरीर में शुगर के स्तर को बनाए रखने में मदद करते हैं और आपकी भूख को बढ़ाते हैं।

ब्राउन राइस का उपयोग कैसे करें?

आप अपने दैनंदिन भोजन में सफ़ेद चावल के बदले ब्राउन राइस का उपयोग कर सकते है।


जौ

या जौ एक साबुत अनाज है जो फाइबर, विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट से भरा होता है, जो माँ के शरीर में दूध को काफी बढाता है। जौ से न सिर्फ ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने में मदद मिलती है, बल्कि यह आपको हाइड्रेट भी रखता है। आप चाहें तो पानी में जौ को उबालकर पी सकते हैं।

जौ का उपयोग कैसे करें?

जौ की रोटी या जौ का सूप इसे आहार में शामिल करने के अच्छे तरीके हैं।

लौकी

भारतीय आहार में लौकी पौष्टिक सब्जियों में से एक है जिसे हर जगह पाया जाता है। इसमें पानी की मात्रा अधिक होती है और फाइबर भी बहुत होता है इसलिए यह आसानी से पच जाता है। यह breast milk बढाने में सहायता करता है और मां के शरीर को हाइड्रेट भी रखता है।

लौकी का उपयोग कैसे करें?

लौकी को सब्जी या लौकी कोफ्ते की सब्जी बनाकर खाई जा सकती है, या आप एक गिलास लौकी का ताजा जूस भी पी सकते हैं। साथ ही आप इस का रायता, खीर और कुल्फी बनाकर सेवन कर सकते है।

ओटमील

ओटमील आयरन से भरपूर होता है और फाइबर की मौजूदगी इसे पचाने में बहुत आसान बनाती है। यह एक पेट भरा नाश्ता बनाता है और महिलाओं में दूध की आपूर्ति को बढ़ावा देने में भी मदद करता है। mother milk को बढ़ाने के लिए घरेलू उपायों की बात करें तो यह सबसे आसान चीजों में से एक है।

ओटमील का उपयोग कैसे करें?

आप नाश्ते के लिए ओटमील खा सकते हैं या ओट्स स्मूदी ले सकते हैं। ओट्स इडली और ओट्स पोहा भी नाश्ते/नाश्ते के बेहतरीन विकल्प हैं। ओट्स खाने का एक और बढ़िया तरीका है ओट्स कुकीज।

गाय का दूध

गाय के दूध में सभी जरूरी पोषक तत्व होते है, लेकिन एक नवजात शिशु को गाय का दूध पिलाना काफी हार्मफुल हो सकता है, इसलिए जरुरी है की इस से एक माँ का breast milk बढ़ाया जा सके। एक माँ यदि नियमित गाय का दूध सेवन करती है तो यक़ीनन उस के breast milk में बढ़ोतरी होती है।


breast milk increase करने के लिए कौन सी चीजें avoid करनी चाहिए?

how to increase breast milk के इस आर्टिकल में हम ने कई घरेलू उपायों के बारे में जाना है, लेकिन इसके साथ ही हमें किन चीजों से दूर रहना चाहिए यह जानकारी भी होना आवश्यक है। इसलिए हम ने ऐसी बातों को भी इस आर्टिकल में ऐड किया है जिसे आप को शिशु को स्तनपान के दौरान सेवन नहीं करनी चाहिए।

  • कॉफी :- एक माँ के लिए अपने शिशु की सेहत के सिवा कुछ भी जरुरी नही हो सकता, अगर आप कॉफी पीने की आदी हैं, तो इस बात का ख्याल रखना आवश्यक है की स्तनपान के समय पर इसका सेवन न करें। कैफीन का सेवन करने से ब्रेस्ट मिल्क में आयरन का स्तर कम हो सकता है, जिससे बच्चे के हिमोग्लोबिन पर असर पड़ता है।
  • ज्यादा मसाले वाला भोजन :- मसालेदार खाना सब को पसंद होता है, लेकिन जब आप एक शिशु को जन्म देते है तो आप को भी एक जिम्मेदारी के तहत अपने शिशु के स्वस्थ के लिए कुछ बातों को avoid करना आवश्यक हो जाता है, एक माँ का मसालेदार भोजन उस के शिशु के लिए नुकसानदायक हो सकता है। मसालेदार भोजन दूध के जरिए शिशु को प्रभावित कर सकता है।
  • मौसमी खट्टे फल :- एक नवजात शिशु शारीरिक तौर पर पूर्णत विकसित नहीं होता और अपने भोजन के लिए माँ के दूध पर निर्भर होता है, इसलिए माँ को आवश्यक सावधानी के तहत ऐसा कुछ नही खाना चाहिए जो उसके द्वारा उस के शिशु के शरीर में जाएँ और शिशु को नुकसानदेह हो या शिशु ऐसी चीजों को पचा नहीं पाए। जैसे, खट्टे फल जैसे संतरा, अंगूर, आम व अनानास जैसी चीजें खाने से बचना चाहिए, क्योंकि ऐसे तत्व शिशु ग्रहण नहीं कर पाता है।
  • ब्रोकली :- वैसे तो ब्रोकली का सेवन शरीर के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है, लेकिन इस से गैस की परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। जब एक माँ इस का सेवन करती है तो उस के तत्व breast milk द्वारा baby के शरीर में भी जाते है जिसे बच्चे को भी गैस की समस्या हो सकती है।
  • अल्कोहल :- अल्कोहल एक उत्तेजक द्रव्य है जो इन्द्रियों को काफी उत्तेजित करता है साथ ही ब्रेन पर असर करता है। एक माँ के अल्कोहल के सेवन से उस के शिशु को काफी हानि पहुंच सकती है।

एक माँ के लिए जरुरी बातें

जब एक माँ अपने नवजात शिशु की देखभाल करती है तो कई चीजें उस के दिमाग में होती है, और अपने शिशु को सेहतमंद रखने के साथ साथ उस के मानसिक, शारीरिक और बौद्धिक विकास का ध्यान भी एक माँ को रखना होता है। इस के लिए एक माँ को निम्न बातों पर अवश्य ध्यान देना चाहिए।

शिशु के विकास के लिए एक माँ को अपने खानपान में सुधार करने की आवश्यकता होती हैं। इसलिए अपने आहार में हरी पत्तेदार सब्जियों और दाल को शामिल करने की आवश्यकता होती है।

शिशु के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताने के साथ ही अपने मन को शांत रखे और तनाव से भरे हुए माहौल से दूर रहने की जरूरत एक माँ को होती है।

बच्चे के साथ ही सोये। कोशिश करें की आपके और बच्चे के शरीर का सीधा और ज्यादा से ज्यादा आप के शरीर में उत्तेजित हार्मोन ज्यादा से ज्यादा दूध बना पायेंगे।

अपने शिशु को स्तनपान कराते समय स्तनों को बदलती रहें जिससे बच्चे को दूध पीने में आसानी हो। और सत्रह ही इस समय खास ध्यान रखें कि आपका बच्चा सही से दूध पी पा रहा है या नहीं।

FAQ – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

एक शिशु एवं बच्चे को ब्रेस्‍ट मिल्‍क कब तक पिलाना चाहिए?

जवाब:- इस के लिए कई लोग कई तरह का अनुमान लगाते है और 3 से 4 महीने के उपरांत ही शिशु को ठोस आहार देना शुरू कर देते है, लेकिन विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन के अनुसार, 6 महीने तक ही शिशु को मां का दूध पिलाना चाहिए और इसके बाद दो साल की उम्र तक उसे धीरे-धीरे ठोस आहार देना शुरू करना चाहिए। यदि आप दो साल की उम्र के बाद भी अपने बच्चे को दूध पिलाती हैं तो इससे मां और बच्चे को कई फायदे मिलते हैं।माँ का दूध बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा कौन सी है?

माँ का दूध बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा कौन सी है?
जवाब:- लेफ्टाडीन, सप्तामृत लौह, पुनर्नवा मंडूर, नवजीवन रस, सुवर्णवसंतमालिनी रस, शतावरी घृत, द्राक्षारिष्ट, चितकादि वटी, मेध्य रसायन, सिलेडीन घनवटी जैसी कई आयुर्वेदिक दवाइयां माँ का दूध बढाने के लिए कारगर साबित होती है। लेकिन बिना किसी चिकित्सक अथवा विशेषज्ञ के इन औषधियों का सेवन करना उचित साबित नहीं होगा।
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ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने के लिए क्या करें?

जवाब:- उपरोक्त आर्टिकल में आप को माँ के दूध बढ़ाने के कई कारगर उपाय बताएं है, साथ ही अगर आपको ब्रेस्ट में दूध कम आ रहा है तो उपरोक्त दिए हुए बाकी चीजों के अलावा आप अपने खाने में लहसुन का इस्तेमाल शुरू कर दें। रोज सुबह एक गिलास गुनगुने पानी के साथ लहसुन की एक कली खाएं।ब्रेस्ट मिल्क बढाने के लिए कौन सा सिरप है?

जवाब:- लैक्टाक्राट सिरप ब्रेस्ट मिल्क बढाने के लिए प्रयोग किया जाता है जो शतावरी से समृद्ध है और एक शक्तिशाली गैलेक्टागोग है, जो ब्रेस्ट मिल्क को बढ़ाता है।क्या एक माँ को अपना दूध बढाने के लिए अधिक खाने की आवश्यकता होती है?

जवाब:- माँ का खान-पान ही दूध बढ़ाने का सब से अच्छा जरिया माना जाता है। लेकिन उस के लिए अधिक खाने की नहीं बल्कि अच्छा और पौष्टिक खाना खाने की जरूरत होती है। एक शिशु को दूध पिलाने वाली माँ के लिए 500 अतिरिक्त कैलोरी की आवश्यकता होती है। जो एक माँ को पौष्टिक और हेल्दी खाना खाकर ही प्राप्त होती है, इस के लिए अतिरिक्त खाने की आवश्यकता नहीं होती।

संबोधन

how to increase breast milk naturally at homeमाँ का दूध बढाने के घरेलु उपाय के इस आर्टिकल में हम ने आप को घरेलू और आसान तरीकों से mother milk बढ़ाने के बारे में विस्तार से बताया है। हम आशा करते है की हमारे द्वारा दी गयी जानकारी आप के लिए उपयोगी साबित होगी। यदि इस से सम्बंधित कुछ सवाल आप के मन में आयें तो आप हमें comment box में पूछ सकते है।

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