आज ज्यादा तर बच्चों में भूख की कमी को देखते है। पेरेंट्स को अपने बच्चों को खाना खिलाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है, बच्चे आसानी से खाना नही खाते और बच्चों को खाना खिलाना पेरेंट्स के लिए काफी मुश्किल काम हो गया है यह आप सब जानते है।
कई पेरेंट्स अपने बच्चों को खाना खिलाने के लिए उनके पीछे घंटो दौड़ते है। बच्चे खाना खाने में आनाकानी करते है। एक -दों निवालों के ऊपर नही खाते, या खाने को देखकर मुँह मोड़ लेते है, ऐसा क्यूँ होता है? तो आप को यह जानना आवश्यक है की इसके पीछे बच्चों में भूख की कमी यह मुख्य कारण होता सकता है।
हर पेरेंट्स अपने शिशु की, अपने बच्चे की अच्छे से देखभाल करते है, वह अपनी तरफ से हर संभव प्रयास करते है की बच्चे के शारीरिक मानसिक विकास में कोई बाधा ना आयें लेकिन अगर बच्चा ही पर्याप्त खाना नहीं खायेगा तो उसमे पोषक तत्वों की कमी हो सकती है।जो बच्चों के शारीरिक, मानसिक विकास में नकारात्मक असर डाल सकती है।
इस आर्टिकल के माध्यम से हम यह जानेंगे की, बच्चों को भूख क्यों नही लगती, उस के क्या कारण होते है? बच्चों की भूख बढाने के लिए हम क्या- क्या कर सकते है? हम अपने बच्चे की भूख कैसे बढ़ाएं? और बच्चों की भूख बढ़ाने के घरेलू उपाय क्या है? इन सभी प्रश्नों के जवाब जानेंगे।
बच्चों में भूख की कमी के क्या होते है कारण?
बच्चों के शारीरिक, मानसिक एवं बौद्धिक विकास के लिए बच्चों को सही और पर्याप्त पौषण मिलना काफी जरुरी होता है। और बच्चों को सही पोषण और सभी जरुरी पोषक तत्व पौष्टिक आहार से ही मिलते है।
अगर बच्चे को भूख ही ना लगे या कम भूख लगे तो इसका सीधा असर बच्चे की सेहत पर होता है। जो काफी प्रतिकूल हो सकता है, जिस से बच्चे कई तरह की बिमारियों का शिकार हो सकते है। इसलिए पेरेंट्स को बच्चे को भूख नहीं लगने के कारणों को ढूंढने की आवश्यकता होती है, बच्चों में भूख की कमी के कई कारण हो सकते है जिसमें से कुछ मुख्य कारण निम्नलिखित है।
- शारीरिक गतिविधि में कमी
- किसी तरह की बिमारियों का शिकार होना
- पाचन तंत्र में गडबडी होना
- पेड़ में कीड़े होना
- बच्चे को कब्ज की समस्या होना
- फास्टफूड पर डिपेंड रहना
- बच्चों के शरीर में खून की कमी होना
शारीरिक गतिविधियों में कमी
आज इन्टरनेट के ज़माने में बच्चे मोबाइल, कंप्यूटर या लैपटॉप के प्रति जल्दी आकर्षित होते है, और घंटों तक उसे चिपके रहते है। कुछ माता पिता तो खुद ही अपने बच्चों को घंटों तक मोबाइल देते है, जिस से शिशु या बच्चे इंडोर या आउटडोर खेल नही खेलते और उन के शारीरिक गतिविधियों के काफी कमी आ जाती है, यह एक बच्चों में भूख की कमी का आम कारण हो सकता है।
किसी तरह की बिमारियों का शिकार होना
खरब सेहत भी बच्चों में भूख की कमी का कारण हो सकता है, जैसे बच्चे को गले सम्बन्धी कुछ परेशानी है, जैसे खराश या बच्चों में सर्दी जुकाम की समस्या, विषाणु (बैक्टीरिया) संक्रमण ऐसे कारणों से भी कभी-कभी बच्चों को भूख नही लगती। फ्लू, कान का संक्रमण और ब्रोंकाइटिस के कारण दर्द और तेज सांस की परेशानी भी बच्चों को खाने में अरुचि निर्माण करती हैं।
पाचन तंत्र में गडबडी होना
पाचनतंत्र सम्बन्धी समस्या भी बच्चों के भूख न लगने का करना हो सकती है, बच्चों में कई तरह से वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण से पचंस्म्बन्धी समस्याएं निर्माण हो सकती है, जिस से बच्चों को किस तरह से खाने का मन नही करता।
पेड़ में कीड़े होना।
बच्चों के पेट में कीड़े होना, या कहे कीड़ों का संक्रमण होना काफी आम हैं और आसानी से फैलता है। लेकिन इस से बच्चे के शरीर में आयरन की कमी हो सकती है, पेट में कीड़े होने से बच्चों के शरीर में पोषक तत्वों का सही अवशोषण नही होता जिसे दस्त और भूख न लगना जैसी परेशानियां हो सकती हैं।
बच्चे को कब्ज की समस्या होना
बच्चों में कब्ज की समस्या भी बच्चों में भूख की कमी का कारण हो सकती है, क्यों की कब्ज जैसे समस्याओं में बच्चों को मल त्यागने में काफी दिक्कत हो सकती है। इस वजह से उसे भूख भी कम लगती है।
फास्टफूड पर डिपेंड रहना
बच्चे फ़ास्टफूड्स पर ज्यादा आकर्षित हो रहे है जो बच्चों के भूख के कमी का कारण हो सकता है ,इनमें पोषक तत्वों की कमी होती है इसलिए आसानी से कब्ज और अन्य पाचन संबंधी बीमारियों का कारण बनते हैं। और कब्ज और पचंसम्ब्न्धी बिमारियों से बच्चों में भूख की कमी देखी जा सकती है।
बच्चों के शरीर में खून की कमी होना
बच्चों के शरीर में खून की कमी होने पर उनका मानसिक और शारीरिक विकास सही तरीके से नहीं हो पाता जिस से बच्चों में थकान, कमजोरी और भूख ना लगना जैसे लक्षण देखे जा सकते है।
यह कुछ कारण है जिसे बच्चों को भूख नही लगती, अपने बच्चों के भूख के कमी के कारणों का पता लगाना सभी पेरेंट्स के लिए जरुरी है, उपरोक्त कारणों की समीक्षा कर आप आसानी से अपने बच्चे के लिए निश्चित ही कुछ ठोस उपाय कर सकते है।
बच्चे की भूख बढाने के लिए क्या करें?
अब बात करते है की अपने बच्चे की भूख बढाने के लिए पेरेंट्स को क्या करना चाहिए? आप के लिए जरुरी है की आप अपने बच्चे की भूख बढ़ाने के लिए खाने में उसकी मनपसंद चीजे बनाएं। अपने बच्चों के लिए हमेशा हेल्थी बेबी डाइट चार्ट का पालन करे। साथ ही आप अपने बच्चे की भूख बढाने के लिए निम्न कुछ उपाय कर सकते है।
भोजन के तुरंत बाद पानी ना पिलाये
पेरेंट्स को इस बात का ध्यान रखना चाहिए की वह अपने बच्चे को खाने के तुरंत बाद पानी नहीं पिलायें। दुनिया की सभी चिकित्सा पद्धतियों में जैसे, आयुर्वेद, यूनानी, होमियोपैथी या ऍलोपॅथी के शोधानुसार खाने के तुरंत बाद पानी पीने से कब्ज की समस्या हो सकती है जो बच्चे की भूख भी प्रभावित होती है। खाने के आधा घंटे पहले या आधा घंटा बाद ही बच्चे को पानी पिलाना चाहिए।
प्रयाप्त मात्र में पेय पदार्थों का सेवन कराये
किसी भी व्यक्ति के लिए पानी बहुत ही महत्वपूर्ण है, हम सभी जानते हैं कि हमारे बच्चों को हाइड्रेटेड रखना कितना महत्वपूर्ण है। बच्चे के शरीर में पानी की कमी न होने दे। बच्चे को घर पर बने तरल पदार्थ जैसे ताजा छाछ, लस्सी, दाल का पानी आदि भी पिला सकते।
दो आहारों के बीच अंतराल
सभी पेरेंट्स अपने बच्चे की आदतों को भलीभांति जानते है, हो सकता है आपका बच्चा थोड़े-थोड़े समय के अंतराल पर कुछ खाता हो जिसके कारण उसे भूख कम लगती हो। ऐसे में ध्यान रखे कि बच्चे के दो आहारों के बीच 2 से 4 घंटे का अंतराल हो।
बच्चे की भूख बढाने के लिए पेरेंट्स को रखना है इन बातों का ध्यान
जबरदस्ती ना करे
जोर जबरदस्ती से , या डांटकर खिलाने से बच्चों पर काफी नकारात्मक असर पड़ता है, और खाने सम्बन्धी बातों पर बच्चे ध्यान देना छोड़ देते है, ऐसे में बच्चे को ज़ोर जबरदस्ती करने खाना खिलाने से बचना चाहिए। शिशु को खाना खिलाते समय डाटने से भी बच्चे पर असर पड़ता है। अगर बच्चा खाना नहीं खाना चाहता तो उसे उस समय खाना न खिलाएं एव कुछ देर बार खाना खिलाएं।
खेलने दे एवं शारीरिक गतिविधियों में लगाये
बच्चे के शारीरिक विकास के लिए जरुरी है की बच्चे खेलकुद में ज्यादा दिलचस्पी लें, खेलकूद से बच्चों के शरीर में ब्लड सर्कुलेशन अच्छे से होता है जो बच्चे के भूख बढ़ने के लिए जरुरी है। बच्चे को बाहर खेलने के लिए प्रेरित करे एवं उसे शारीरिक गतिविधि में शामिल करे। बच्चे को खुले वातावरण में खेलने के लिए प्रेरित करे।
इससे बच्चे की इम्युनिटी दुरुस्त होगी एवं बच्चे की भूख लगेगी। बच्चों को पूरा दिन घर में ही न रखें हमेशा बंद घर में रहने से भी बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर बुरा असर पड़ता है। बच्चे के साथ व्यायाम एवं शारीरिक कसरत के खेल में शामिल होकर अपने आप एवं अपने बच्चे को सक्रिय रखें।
अधिक मीठा खाने से बचाए
बच्चे को अधिक मात्र में मीठा खिलाने से परहेज करे। अधिक मीठा खाने के भी बच्चे की भूख पर प्रतिकूल असर पड़ता है।
भूख बढ़ाने के लिए दवाई के सहारा ना ले
कई बार पेरेंट्स बच्चे की भूख न बढ़ पाने पर ज्यादा टेंशन ले लेते है और बच्चों की भूख बढ़ाने के लिए दवाई का सहारा लेते है जो कि गलत है। भूख बढ़ाने के लिए दवाई लेने से बच्चे पर इसका प्रतिकूल असर पड़ता है। यह बात ध्यान रखे कि कोशिश करे कि बच्चे की भूख बढ़ाने के घरेलु उपायों का ही सहारा ले। अगर दवाई की आवश्यकता पड़ती है तो सबसे पहले डॉक्टर की सलाह ले।
अधिक फास्ट फूड न खिलाए
बच्चे को अधिक फास्ट फूड जैसे चिप्स, कोलड्रिंक, चाउमीन आदि न खिलाए। पैक फूड में कई प्रकार के हानिकारक तत्व होते है जो बच्चे की सेहत को नुकसान पहुँचा सकते है। फास्ट फूड और जंक फूड में पाई जाने वाली कैलोरी की अधिक मात्रा होने से बच्चों को भूख कम लगने लगती है ।
अगर बच्चों में भूख की कमी हो, या बच्चे के वजन घट रहा हो, या बच्चे की पेट में दर्द रहता हो, खाने के बाद उल्टी करता हो तो ऐसी परिस्थिति में बच्चे को डॉक्टर को दिखाये। बच्चे की भूख बढाने के लिए अपनी मर्जी से दवाई न दे।
बच्चे की भूख बढाने के लिए क्या खिलाएं?
पेरेंट्स के दिमाग में यह प्रश्न अवश्य आता है कि बच्चे की भूख बढाने के लिए क्या खिलाये। और यह नार्मल ही है, सभी पेरेंट्स के लिए जरुरी होता बच्चे का विकास। अगर बच्चे को भूख नही लगेगी और वह नही खायेगा तो उस का सीधा असर उस्द्के स्वास्थ पर होना अनिवार्य है। ऐसे में बच्चे की भूख बढाने के लिए उसके खान-पान का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता होती है।
आप के शिशु की भूख बढ़ाने वाले कुछ प्रमुख खाद्य प्रदार्थ निम्नलिखित है।
हरी सब्जियां
हरी पत्तेदार सब्जियां, जैसे मूली पत्ता, सरसों का साग, मेथी और शलगम आदि बच्चे की इम्युनिटी बढ़ाने में मददगार होते है। इनमें विटामिन, प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीसशियम और पोटैशियम जैसे पोषक तत्चए और माइक्रो न्यूट्रिएंट्स होते हैं।हरी सब्जियां खाने से पेट में गैस एवं कब्ज की समस्या नहीं होगी।
सेब
अगर बच्चों में भूख की कमी है तो उसे सेब खिलाये। सेब खाने के मेटाबॉलिज़्म बढ़ता है जिससे भूख बढ़ती है। अगर सेब पर काला नमक डालकर खाया जाए तो यह और अधिक लाभदायी होता है। अगर बच्चा छोटा है तो उसे सेब का जूस या प्यूरी दे सकते है।
गाजर का जूस
गाजर का जूस भूख बढ़ाने एवं पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में बेहद कारगर है। छोटे बच्चों को गाजर खाना पसंद भी होता है। अगर बच्चा कच्ची गाजर खाने लायक है तो उसे गाजर खिलाये। आप चाहे तो गाजर का जूस बनाकर भी बच्चे को पिला सकते है।
दुग्धजन्य पदार्थ
अपने शिशु को दुग्धजन्य पदार्थ जैसे दही छाछ या लस्सी का सेवन कराएँ। खासकर गर्मी के मौसम में बच्चे को दही या लस्सी जरूर पिलाना चाहिए। आप इसमें चीनी डालकर भी बच्चे को पिला सकते है जो बच्चों द्वारा पसंद भी किया जाता है।
ध्यान रहे अधिक मात्रा में दही का सेवन ना कराये। सर्दियों के मौसम में इन पदार्थो का सेवन कराते समय सावधानी बरते क्योकिं देखा गया है सर्दियों के मौसम में दही के सेवन करने से कुछ बच्चे को सर्दी, जुखाम, खांसी की समश्या उत्पन्न हो जाती है।
मूंगफली
मूंगफली में प्रचुर मात्र में जिंक होता है जो भूख बढ़ाने में मददगार होता है। अगर शरीर में जिंक की पर्याप्त मात्रा हो तो यह पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में मदद करता है। 1 वर्ष से अधिक आयु के बच्चों को मूंगफली खिला सकते है ।
विटामिन C युक्त फल
शिशु की भूख बढ़ाने के लिए बच्चे को ऐसे फल खिलाये जो विटामिन C युक्त हो। संतरा, अनानास, अनार, जामुन, आड़ू आदि विशेषकर खट्टे फलो में उच्च मात्रा में विटामिन C होता है। जिससे बच्चे की इम्युनिटी शक्ति एवं भूख बढ़ती है ।
आयरन युक्त आहार
आयरन की कमी के कारण भी बच्चे को भूख कम लगती है। ऐसे में बच्चे को आयरन युक्त आहार दे । पालक, चावल, मटर, चने, साबुत अनाज आदि आयरन के अच्छे श्रोत होते है जिन्हें बच्चे के आहार में शामिल करना चाहिए।
अनार
बच्चे के आहार में अनार को अवश्य शामिल करे। अनार एक पौष्टिक फल है एवं यह लीवर को सुरक्षित रखता है । बच्चे को आनर के दाने या इसका जूस बनाकर दे सकते है। अनार बच्चे को कई बीमारियों से बचाता है।
बच्चों की भूख बढ़ाने के घरेलू उपाय क्या है?
बछो की भूख बढाने के लिए पेरेंट्स कई तरह से घरेलु उपायों को कर सकते है। जो बच्चों की भोजन में रूचि को बढ़ा कर भूख बढाने में काफी मददगार साबित हो सकती है। आओ जानते है, बच्चों की भूख बढ़ाने के घरेलू उपाय क्या है
अदरक एवं काली मिर्च
घरेलु उपायों में अदरक एवं काली मिर्च बेहद शरीर के लिये काफी फायदेमंद होते है। सर्दियों के मौसम में अदरक के रस एवं काली मिर्च पाउडर को शहद मे मिलाकर बच्चे को चटाना चाहिए। इससे बच्चे कि पाचन क्रिया सही रहेगी एवं भूख भी बढ़ेगी।
हींग
हींग बच्चे को गैस एवं पेट भूलने से बचाता है जिससे भूख बढ़ने मे मदद मिलती है।
अजवाइन
अजवाइन बच्चे के लिए बेहद असरदायक दवा मानी जाती है। यह पेट की गैस को दूर करती है जिससे भूख बढ़ाने में सहायता मिलती है ।
संबोधन
बच्चों में भूख की कमी के क्या है कारण लक्षण और घरेलु उपाय ? के इस आर्टिकल में हम ने बच्चों में भूख के कमी के कारणों के साथ यह भी जाना है की पेरेंट्स को अपने बच्चे की भूख बढाने के लिए क्या करना चाहिए और साथ ही कुछ घरेलु उपायों को भी बताया है। यदि आप को यह आर्टिकल पसंद आये तो इसे शेयर करना ना भूलें।