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सिजेरियन डिलीवरी के बाद देखभाल की 8 Important Tips

एक माँ के लिए सिजेरियन डिलीवरी के बाद देखभाल काफी महत्वपूर्ण हो जाती है। इसलिए आज हम इस आर्टिकल में सिजेरियन डिलीवरी के बाद देखभाल किस तरह से करनी चाहिए? इस के बारे में पर्याप्त जानकारी आप के लिए लायें है।

सिजेरियन डिलीवरी के बाद देखभाल
सिजेरियन डिलीवरी के बाद देखभाल
क्या है सिजेरियन (सी-सेक्शन)
सी-सेक्शन याने सिजेरियन एक प्रकार का ऑपरेशन होता है। इसमें डिलीवरी के दौरान गर्भवती के पेट और गर्भाशय पर चीरा लगाया जाता है, ताकि शिशु का जन्म हो सके। इसके बाद डॉक्टर पेट और गर्भाशय को टांके लगाकर बंद कर देते हैं, जो समय के साथ-साथ शरीर में घुल जाते हैं।

सिजेरियन डिलीवरी (cesarean delivery

सी-सेक्शन यानी सिजेरियन का सहारा तब लिया जाता है जब प्रसव के पारंपरिक या नार्मल तरीके में कठिनाई हो रही हो या नार्मल डिलीवरी से माँ या शिशु के स्वास्थ्य को खतरा हो।गर्भावस्था के दौरान ही गर्भवती में विभिन्न जटिलताओं के लक्षण नजर आने पर डॉक्टर सर्जरी की सलाह देते हैं।

यह कहना गलत नहीं होगा कि सिजेरियन डिलीवरी के मुकाबले नॉर्मल डिलीवरी बेहतर है। डॉक्टर भी अंतिम समय तक नॉर्मल डिलीवरी के लिए ही प्रयास करते हैं। फिर भी कुछ परिस्थितियों में डॉक्टर सिजेरियन करने का निर्णय लेते हैं। कुछ मामलों में यह ऑपरेशन लाभदायक होता है। जैसे, अगर माँ और शिशु दोनों की जान को खतरा हो सी-सेक्शन याने सिजेरियन के माध्यम से दोनों की जान बचाना आसान हो जाता है।

सिजेरियन डिलीवरी के बाद का समय हमेशा नॉर्मल डिलीवरी की अपेक्षा में थोड़ा मुश्किल और दर्दभरा हो सकता है। इसलिए सिजेरियन डिलीवरी के बाद शिशु के साथ साथ माँ की अच्छे से देखभाल करना जरुरी है ताकि वह जल्दी स्वस्थ होकर वापस अपने सामान्य जीवन में लौट सकें। सिजेरियन के बाद नॉर्मल रूटीन में वापस आने के लिए कम से कम 8 हफ़्ते से 10 हफ्ते का समय लग सकता है।

सिजेरियन डिलीवरी के बाद देखभाल कैसे करें?

सी-सेक्शन याने सिजेरियन डिलीवरी के बाद एक माँ के लिए जरुरी है की वह अपने शिशु के साथ साथ खुद की care भी काफी आवश्यक हो जाती है। यह समय शारीरिक स्वास्थ के साथ साथ मानसिक तथा भावनिक रूप से उभरने का होता है।जहाँ हमें कई तरह के आवश्यक बातों का खयाल रखना जरुरी हो जाता है।

1) मानसिक स्वस्थता आवश्यक 

सिजेरियन डिलीवरी के बाद महिला को काफी दर्द और पीड़ा का सामना करना पड़ता है और साथ ही  साफ-सफाई का भी ध्यान रखना पड़ता है, साफ़ सफाई पर ध्यान न देने पर घाव में संक्रमण भी हो सकता है।

सिजेरियन डिलीवरी क दौरान कई विभिन्न समस्याओं के कारण महिला मानसिक तौर पर काफी  कमजोर हो जाती है। ऐसे वक्त में परिवार के सभी सदस्यों को लिए आवश्यक हो जाता है की वह भावनात्मक और मानसिक तौर उसका साथ दें और उसे विश्वास दिलाएं कि वह जल्द से जल्द ठीक हो जाएगी। और साथ ही माँ को भी यह समझना होगा की वह अब ठीक है और अपने शिशु के देखभाल के लिए भी सक्षम है, माँ के मानसिक स्वास्थ का उस के शिशुपर जबरदस्त प्रभाव पड़ता है, इसलिए जरुरी है की positivity के साथ एक माँ मासिक रूप से स्वस्थ रहे।

2) शारीरिक तौर पर कमजोरी का आना स्वाभाविक 

एक महिला के लिए सिजेरियन डिलीवरी के बाद का समय शारीरिक तौर पर काफी पीड़ादायक रहता है, उस महिला को कई दिनों तक इसका दर्द सहना पड़ता है। साथ ही खून की कमी के कारण शरीर में थकावट महसूस होती है। खुद से कुछ भी करने की हिम्मत नहीं रही है। नार्मल एक्टिविटीज में भी घावों पर दर्द हो सकता है। 

लेकिन उस महिला के लिए जरुरी है की वह मानसिक रूप से सक्षम होकर इस शारीरिक पीड़ा को कम करें। और अपने पीड़ा या दर्द से अपना ध्यान हटाने की कोशिश कर अपने शिशु के साथ बात करें, उस की एक्टिविटीज को देखे। अपने शिशु की अच्छे से देखभाल करे, ताकि वह अपना ध्यान अपनी पीड़ा से हटा सकें।

3) साफ़-सफाई का ध्यान रखना जरुरी 

सिजेरियन डिलीवरी के बाद सब से जरुरी है की महिलायें जल्दी ठीक होने के लिए साफ़-सफाई का ध्यान रखें। क्यों की ऑपरेशन के बाद महिला को सामान्य पीरियड्स से अधिक ब्लीडिंग हो सकती है। इसलिए जितनी बार भी आप वॉशरूम जाएं, मेटरनिटी पैड को ज़रूर बदलें. पैड बदलने से पहले और इसके बाद भी अपने हाथों को अच्छी तरह से धोएं।

इन्फेक्शन को टालने के लिए भी टांकों के आस-पास के एरिया को भी अच्छी तरह से साफ़ रखें। यदि आप साफ़-सफाई का पूरा ध्यान रखेंगे तो आपको इन्फेक्शन नहीं होगा। खुद के साथ साथ अपने शिशु के भी साफ सफाई का ध्यान आप को रखना होगा। क्यों की आप के शिशु की immunity कम होती है जो आप के इन्फेक्शन के वजह से जल्दी इन्फेक्ट हो सकता है।

4) Walking के साथ हल्का व्यायाम है जरुरी 

सिजेरियन ऑपरेशन के बाद डॉक्टर्स आप को 8 से 10 हफ्ते तक आराम करने की सलाह देते है ताकि आप के टाके सुखकर घुल जाएँ और आप के घाव भी भर जाएँ। इस के दरम्यान आप walking के साथ हलके व्यायाम कर सकते हैम, जिस से आप के शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बढेगा और नए ब्लड की आपूर्ति जल्द से जल्द हो सकेगी। 

लेकिन याद रहें  की इस दौरान आप को भरी भरकम काम या थका देनेवाले व्यायाम नही करने है जो आप के लिए काफी हार्मफुल साबित हो सकते है।

5) सिजेरियन डिलीवरी के बाद पोषण है जरुरी 

सिजेरियन डिलीवरी के बाद देखभाल में जरुरी है ही आप अच्छा और पोषण से भरपूर भोजन करें, जो आप को जल्द से जल्द रिकवर करने में हेल्पफुल साबित होगा। इस के लिए आप घर का बना ताजा और हल्का भोजन करें। सिजेरियन डिलीवरी के बाद ज्यादा बैठने से आप को कब्ज व गैस की समस्या हो सकती है, इसलिए आप को कोशिश करनी चाहिए की आप ज्यादा से ज्यादा फाइबरयुक्त भोजन करें। साथ ही ऐसे खाद्य पदार्थ को अपनी डाइट में शामिल करें, जिससे स्तनों में दूध सही प्रकार से बन सके। आप अपने खाद्य पदार्थ में अंडा, दूध, फल, अखरोट, दही, हरी पत्तेदार सब्जियां व मछली आदि को शामिल कर सकती हैं। 

इस के लिए हम ने एक अलग आर्टिकल लिखा  है जिस से आप दूध बढाने के घरेलु उपायों के बारे में विस्तार से बताया है। ( निचे दिए गये लिंक पर क्लिक करें)

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6) भरपूर पानी पियें और खुद को हाइड्रेट रखें 

सिजेरियन डिलीवरी के बाद देखभाल के लिए डॉक्टर्स आप को 8 से 10 हफ्ते तक आराम करने की सलाह देते है, याने आप की दैनंदिन एक्टिविटीज काफी कम हो जाती है। ज्यादा से ज्यादा बैठनेया सोने से आप को कब्ज्स,एसिडिटी होने की चांसेस बढ़ जाते है जिस के लिए आप को भरपूर मात्र में याने दिन में कम से कम 10-12 ग्लास पानी पिने की आवश्यकता होती है जिस से ब्लड सर्कुलेशन भी अच्छा होता है, खून की आपूर्ति आप के घावों को जल्दी ठीक करने में काफी मदद करते है।

7) खुद को तनाव से दूर रखना है जरुरी 

शिशु के जन्म क बाद एक माँ को शिशु का काफी खयाल रखना पड़ता है। जिस के लिए माँ को रात रात भर जागना पड़ता है जिस का असर स्वास्थ पर होता है साथ ही मानसिक तनाव भी बढ़ता है। सिजेरियन डिलीवरी के बाद देखभाल में किस तरह का मानसिक तनाव आप के लिए गंभीर समस्या हो सकता है। 

इसलिए जरुरी है की आप अपने शिशु  के नींद के साथ अपनी नींद को एडजस्ट करें। और आराम करते वक्त कम रौशनी में हल्का म्यूजिक सुने। जो आप का तनाव काफी कम कर देगा साथ ही आप के शिशु के मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ पर इस का अच्छा असर होगा। महिला की सिजेरियन डिलीवरी के बाद देखभाल और जल्दी रिकवरी के लिए ये ज़रूरी है कि वह किसी भी तरह के मानसिक तनाव से दूर रहे और अपने बच्चे के साथ ख़ुश रहे और मातृत्व के सुख का आनंद ले।

8) डॉक्टर्स द्वारा दिए गये निर्देशों का पालन करें 

सिजेरियन डिलीवरी के बाद देखभाल के लिए जरुरी है की जब आप हॉस्पिटल से घर आते है तो डॉक्टर्स द्वारा दिए गये निर्देशों का पालन करें और साथ ही सही वक्त पर अपनी औषधियों का सेवन करें। अगर किसी बात को लेकर आप का मन सशंकित है तो आप अपने डॉक्टर्स या चिकित्सक से खुलकर बात कर अपने प्रश्नों का समाधान कर लें। किसी तरह का घरेलु उपचार करने से पहले भी अपने चिकित्सक से बात करें।

FAQ – सम्बंधित सवाल 

सिजेरियन डिलीवरी के बाद क्या-क्या न करें?

जवाब :- सिजेरियन डिलीवरी के बाद खाने सम्बन्धी और एक्टिविटीज सम्बन्धी कुछ चीजों को टालना आवश्यक है जैसे, ज्यादा नमक, मिर्च व मसालेदार भोजन न खाएं, ज्यादा सीढ़ियां न चढ़ें, ज्यादा भारी वजन न उठाएं, भारी काम न करें और पेट पर ज़ोर न डालें, ज्यादा देर तक न नहाएं, टांकों को गीला न होने दें, डॉक्टर से पूछे बिना खुद से एक्सरसाइज़ करने का फ़ैसला न करें।


स सेक्शन डिलीवरी में क्या खाना चाहिए?

जवाब :-सिजेरियन डिलीवरी याने स सेक्शन डिलीवरी में महिलाओं को हेल्दी और पौष्टिकता से भरपूर खाने का सेवन करना चाहिए। जैसे, सूखे मेवे: सूखे मेवे यानी बादाम, किशमिश, काजू और अखरोज आदि  जिस में ओमेगा 3 फैटी एसिड, प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, फोलिक एसिड, जिंक, और पोटैशियम की अच्छी-खासी मात्रा होती है।


सिजेरियन के कितने दिन आराम करना चाहिए?

जवाब :-सिजेरियन डिलीवरी के बाद शरीर को रिकवर होने में कम से कम 8 से 10  हफ़्तों का याने 50 से 70 दिनों का समय लगता है। इस लिए जरुरी है की सिजेरियन डिलीवरी के बाद पहले एक हफ़्ते तक आराम करें और उसके बाद थोड़ा-थोड़ा वॉक करना शुरू करें।


सिजेरियन डिलीवरी के बाद कैसे सोना चाहिए? या सोने की पोजीशन कैसे होनी चाहियें?

जवाब :-सिजेरियन डिलीवरी के बादपीठ के बल या करवट लेकर सोना चाहिए।  पीठ के बल सोने में कछ महिलाओं को आराम मिलता है। इससे सोते समय पीठ पर कोई दबाव नहीं पड़ता है। और डिलीवरी के बाद करवट लेकर सोना काफी फायदेमंद होता है। यह पोजीशन ज्‍यादा आरामदायक होती है। इससे टांकों वाली जगह पर कोई प्रेशर नहीं पड़ता है और बिस्‍तर से उठते समय दर्द भी कम होता है।


सिजेरियन डिलीवरी के बाद कितना पानी पीना चाहिए?

जवाब :-एक शोध के अनुसार शोधकर्ता बताते है की जो महिलाएं शिशु को दूध पिलाती हैं, उन्‍हें एक दिन में कम से कम  10 से 12 ग्लास पानी पीना चाहिए। स्‍तनों में दूध पिलाने के लिए हाइड्रेट रहने की जरूरत होती है।


सिजेरियन डिलीवरी के बाद पीरियड कब आता है?

जवाब :-बिना स्तनपान करने की स्थिति में साधारण किसी भी डिलीवरी के बाद लगभग छह से आठ सप्‍ताह के उपरांत पीरियड्स आते हैं, लेकिन स्‍तनपान करवाने की स्थिति में पीरियड आने का समय हर महिला में अलग हो सकता है। वहीं, कुछ महिलाओं को तो तब तक पीरियड्स नहीं आते, जब तक कि वो शिशु को दूध पिलाती हैं।


क्या सिजेरियन डिलीवरी में दर्द होता है?

जवाब :-नहीं, ऑपरेशन के दौरान गर्भवती को एनस्थीसिया देने के कारण दर्द का एहसास नहीं होता है लेकिन डिलीवरी हो जाने के बाद जब एनस्थीसिया का असर कम होने लगता है, तब महिला को टांकों में दर्द होने लगता है, जिसके लिए डॉक्टर आपको दर्द निवारक दवा देते हैं। अपनी मर्ज़ी से किसी भी पेनकिलर का सेवन न करें।


सिजेरियन डिलीवरी के बाद कब्ज होने पर क्या करें?
जवाब :-कब्ज की समस्या से बचने के लिए फाइबरयुक्त भोजन करें, ताजे फलों का जूस पिएं और खूब पानी पिएं। अपने शरीर को हमेंशा हाईड्रेट रखें।


सिजेरियन डिलीवरी के बाद कौन सा फल खाना चाहिए?

जवाब :-डिलीवरी के बाद भी विटामिन सी आवश्‍यक होता है क्‍योंकि यह कोलाजन बनाने में मदद करता है। संतरे, तरबूज, पपीता, स्‍ट्रॉबेरी, चकोतरा, शकरकंद, टमाटर और ब्रोकली विटामिन सी से भरपूर होता है।


संबोधन 

एक माँ के लिए सिजेरियन डिलीवरी के बाद देखभाल काफी महत्वपूर्ण होती है। इस के लिए फॅमिली सपोर्ट भी काफी आवश्यक होता है। इस आर्टिकल में हम ने सिजेरियन डिलीवरी के बाद देखभाल के कुछ टिप्स बताएं है और साथ ही सिजेरियन डिलीवरी के बाद कुछ सवाल होते है, उन्हें भी हम ने इस आर्टिकल में शामिल किया है जो आप के लिए उपयोगी सिद्ध होंगे। 

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